Hindi Poetry Book Review: Piya Re… Tulsi Mai Ho Jaaun

“ईश्वर,अन्धकार में भी जगमाता है,दिये की सार्थकता ईश्वर से है, ईश्वर कि दिये से नहीं।प्रेम का जीवन से ऐसा ही सम्बन्ध है।” कवितायेँ कम शब्दों में बहुत कुछ कह जाती हैं। कभी कभी लगता है, गर बातें पन्नों पर लिख एक दूसरे को बतलायी जाएँ तो शायद हम उनकी गम्भीरता और भाव को ज्यादा अच्छीContinue reading “Hindi Poetry Book Review: Piya Re… Tulsi Mai Ho Jaaun”