‘ “मैं रावण हूँ।मैं यह सब कुछ चाहता हूँ।मुझे ख्याति चाहिए।मुझे शक्ति चाहिए।मुझे संपत्ति चाहिए।मुझे पूर्ण विजय चाहिए।भले ही मेरा यश मेरे दुःख के साथ-साथ चले।” ‘रावण आर्यावर्त का शत्रु’, रामचंद्र श्रृंखला की तीसरी किताब है।इससे पूर्व लेखक अमीश ने हमारे सामने राम और सीता के जीवन को एक नए रूप से पेश किया जोContinue reading “‘रावण आर्यावर्त का शत्रु’-इतिहास के सबसे बड़े खलनायक की कहानी, जिसका नाम रावण है”